हिंदी दिवस
Event Start Date : 14/09/2020 Event End Date 14/09/2020
14 सितंबर -हिंदी दिवस
आप सभी को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत बधाई। आज 14 सितंबर को संपूर्ण भारत हिंदी दिवस हर्ष और उल्लास के साथ मनाता है। हमें भी यह प्रण करना चाहिए कि हम भी अपनी इस भाषा का सच्चे हृदय से सम्मान करेंगे।
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत वर्ष 1949 से हुई थी। 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया था तब से इस भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी। भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को भारत गणराज्य की आधिकारिक राजभाषा के रूप में हिंदी को अपनाया गया था हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 को देश के संविधान द्वारा आधिकारिक रूप में उपयोग करने का विचार स्वीकृत किया गया था।
हिन्दी दिवस को सब बहुत ही खुशी से मनाते हैं। इस दिन छात्र-छात्राओं को हिन्दी के प्रति सम्मान और दैनिक व्यवहार में हिन्दी के उपयोग करने आदि की शिक्षा दी जाती है। हिन्दी दिवस के दौरान कई कार्यक्रम होते हैं।
हमें भी यह प्रण करना चाहिए कि हम भी अपनी इस भाषा का सच्चे हृदय से सम्मान करेंगे।





हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है
और कोई भी अक्षर वैसा क्यूँ है
उसके पीछे कुछ कारण हैं
क, ख, ग, घ, ङ
कंठव्य कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के समय ध्वनि कंठ से निकलती है ।
च, छ, ज, झ,ञ
तालव्य कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के
समय जीभ तालू से लगती है ।
ट, ठ, ड, ढ ,ण
मूर्धन्य कहे गए,
क्योंकि इनका उच्चारण
जीभ के मूर्धा से लगने पर ही सम्भव है ।
त, थ, द, ध, न
दंतीय कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के समय जीभ दांतों से लगती है ।
प, फ, ब, भ, म
ओष्ठ्य कहे गए,
क्योंकि इनका उच्चारण ओठों के मिलने पर ही होता है।
हम अपनी भाषा पर गर्व करते हैं,
इतनी वैज्ञानिकता दुनिया की किसी भाषा में नही है ।
"हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ"...
धन्यवाद ।